डेली पोस्ट हिमाचल, 26/01/2024:-
भारत में 26 जनवरी का खास महत्व है। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था यानी देश में कानून के राज की शुरुआत हुई। वैसे तो भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था, लेकिन 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद भारत को सही मायने में आजादी मिली और हम एक धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी तथा लोकतांत्रिक गणराज्य बन गए।
भारत देश का संविधान बनाने के लिए संविधान सभा का गठन हुआ था, जिसमें कुल 22 समितियां शामिल थी। इनमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टिंग कमेटी) सबसे प्रमुख समिति थी और इसका काम संपूर्ण संविधान का निर्माण करना था। प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर थे। दो साल, 11 महीने और 18 दिन की कड़ी मेहनत के बाद दुनिया का सबसे बड़ा हस्त लिखित संविधान तैयार किया गया। डॉ. आंबेडकर ने संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सौंप दिया और इसे दो माह बाद 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया।
आख़िर क्यों दो माह बाद लागू हुआ संविधान:-
आपको बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने दिसंबर 1929 में लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया था। इसी कड़ी में 26 जनवरी 1930 की तारीख को पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। आजादी मिलने के बाद 15 अगस्त 1947 को अधिकारिक रूप से स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया। 26 जनवरी की तारीख के महत्व को बरकरार रखने के लिए इसी दिन साल 1950 में संविधान लागू किया गया, जिसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया। भारतीय संविधान की हस्तलिखित कॉपी आज भी संसद भवन की लाइब्रेरी में सुरक्षित रखी गई है।

